मयमतम् - अध्याय २
असुरराज ’मय’ के मयमतम् ग्रंथमे विद्वानों, देवों एवं मनुष्योंके संपूर्ण भवनलक्षणोंका वर्णन प्रस्तुत किया है।
Type: PAGE | Rank: 0.01631205 | Lang: NA
षोडशकाण्डः - ४१ ते ४५
पैप्पलादसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.01153436 | Lang: NA
पंचमाष्टक - सप्तमोsध्याय:
श्रीमत्परमहंस वासुदेवानंदसरस्वतीस्वामीकृत " श्रीदत्तपुराणम् "
Type: PAGE | Rank: 0.009227491 | Lang: NA
षोडशकाण्डः - ९१ ते ९५
पैप्पलादसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.009227491 | Lang: NA
पाद ३ - खण्ड २७
व्याकरणमहाभाष्य म्हणजे पाणिनि लिखीत अष्टाध्यायीतील काही निवडक सूत्रांवर पतञ्जलिने केलेले भाष्य. या ग्रंथाची रचना ई.पू २०० ते ई.पू १४० मध्ये केली गेली, असे मत व्याकरण पंडितांचे आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.005709219 | Lang: NA
साहित्य दर्पण - षष्ठः परिच्छेदः
साहित्य दर्पण संस्कृत भाषा में साहित्य-विषयक महान ग्रन्थ है। इसके रचयिता विश्वनाथ हैं। साहित्य दर्पण के रचयिता का समय 14वीं शताब्दी ठहराया जाता है।
Type: PAGE | Rank: 0.004078013 | Lang: NA